ज्यौनार गारी : बुन्देली लोकगीत

Jyonaar Gaari : Bundeli Lok Geet

	

महा शोर भयौ महा शोर भयौ

महा शोर भयौ महा शोर भयौ मरे हरदौल भात दयौ महा शोर भयौ। लाला की मरनी कछु बरनी न जाये मड़वा के नीचे सामान न समाय। दान दायजो सुहाय सुवरन चाँदी जवहर सब नयो नयो। मरे हरदौल... भोजन करवे कों जब बैठ गई बरात होन लगी परस कछु कही न जात। कड़ी बरी दार भात बरा शक्कर साथ अनंद भयौ अनंद भयौ। मरे हरदौल... मैदा के फुलका औ माड़े घी दार कैशरिया भात की सुगंध है अपार। प्रेम सत्य को विचार करत आगे उच्चार जोग जोर दयो जोर दयो। मरे हरदौल... छिपत रूप हो कें घी परसे हरदौल, देख के बराती वा गडुआ कौ डौल दिल हौन लगौ हौल भूल गये सभी चौल दूल्हा मचल गयौ मचल गयौ। मरे हरदौल... जब लौं परसइया के दर्शन नई पायँ तब लौ हम भोजन के गिरास न उठायें चाहे भूखन मर जायें चाहे प्यासन मर जायें चाहे जुग बीत जायें प्रण यही भयौ। लाला ने देख कें दूल्हा को प्रण हो कें प्रतक्ष रूप दरस दयो दरस दयो। मरे हरदौल... भोजन सन्मन बैन माँगे वरदान भव जान गयौ भव जान गयौ। मरे हरदौल... सुनियो हरदौल भैया मेरी चित लाय कन्या के जग्ग में करियो सहाय। जैसी मोय करी आय ऐसी जगत खों दिखाय बात मान गये बात मान गये। मरे हरदौल... कुँजावती बैन कों सो दे कें वरदान लाला हरदौल चले अपने स्थान छंद पूरन भयौ छंद पूरन भयौ। मरे हरदौल भात दयौ महा शोर भयो।

कौना की पातर में का का सबाद

कौना की पातर में का का सबाद बाबाजू हमारे राम जियारे बाबाजू। आलू खा लये रतालू खा लये सेमें सटक गये बाबाजू। हमारे पूड़ी खा लई कचौड़ी खा लई गुजिया सटक लई बाबाजू। हमारे... लड्डू खाये पेड़ा खाये सो बरफी खा डारीं बाबाजू। हमारे... रायतो पी लओ खीर पी लई पानी डकर गये बाबाजू। हमारे... लौंगो चाब लई लायची चाब लई बीड़ा रचा लऔ बाबाजू। हमारे... मूँछे मरोड़ी पहिरीं पनैया चल दये बाबाजू। हमारे... कौना की पातर में का का सबाद बाबाजू

गये ते जखौरा की हाट रे

गये ते जखौरा की हाट रे मोरे रंजन भौरा। गये ते गधैया के पास रे मोरे रंजन भौंरा। गधैया ने मारी लात रे मोरे रंजन भौंरा। ऐंगरे टूटे टेंगरे टूटे टूटी हैं लंगड़े की टौन रे मोरे रंजन भौंरा। अब कैसें निगैं मोरे रंजन भौरा। ल्याओ चनन कौ चून रे मोरे रंजन भौंरा। ऐंगरे जोड़े टेंगड़े जोड़ें जोड़ें लंगड़े की टौन रे मोरे रंजन भौंरा। गये तो जखौरा की हाट रे मोरे रंजन भौंरा।

कुत्ता पाल लो नये समधी

कुत्ता पाल लो नये समधी जजमान कुत्ता पाल लो। कुत्ता के राखे सें मिलै अैन चैन समधिन की रखवारी करै दिन रैन स्वाद चाख लो कुत्ता पाल लो... कुत्ता के राखे कौ आसरौ बिलात समधिन के पीछें लगौ रहे दिन रात जरा देख लो। कुत्ता पाल लो... कुत्ता के राखे सें पुरा जग जाये। समधिन के आगे पीछे लगौ जाये। जरा देख लो। ओ समधी जजमान कुत्ता पाल लो।

ओलामासी कोहलिया हो सो

ओलामासी कोहलिया हो सो तुम जैहौ लंगर कौन दिखा। हमें जैहें नन्दन वन हो सुआ सारो बसाये जहाँ उनकी लाली लाली चोचें तो पंखन पद्म लिखे। दधि बेचन निकरी हो सजन बहु ग्वालिनिया। सिर सोने की मटुकिया हो तो रूपे की दोहनिया। अन्तर धर घेरी हो सजन रये पचरसिया। तुमाओ का बिकानौ हो काहे की नई भई बोहनिया। हमरो दइया बिकानो हो दूधई की नई भई बोहनिया। धँस आओ महल में हो करौं तोरी बोहनिया। ओलामासी... हमरो घूँघटा बिकानों हो गालों की नई भई बोहनिया। धँस आओ महल में हो करौं तोरी बोहनिया। हमरी चोली बिकानी हो जुबनन की नई भई बोहनिया। धँस आओ महल में हो करौं तोरी बोहनिया। ओलामासी...

जाँ लटक रये अनार बाग लै चलो

जाँ लटक रये अनार बाग लै चलो रे लै चलो रे लिवा चलो रे। जाँ मोरे अनार बाग लै चलौ रे। उनके गाल है गुलाब नींबू चोंख चलौ रे। जाँ लटके... उनकी छतिया अनार बौंड़ी तोड़ चलौ रे। लै चलो रे... उनकी जंघिया जबरदंग खम्भा भेंट चलौ रे। जाँ लटके... बामें कछु हरी हरी दूबा जमे रे। लै चलो रै... जौ नों दिवान साब कौ घोड़ा छूटौ रे। दूब चरै खुरी धरै गैल करे रे। जाँ लटके...

बारी में के चार बिलौटा

बारी में के चार बिलौटा, दो कारे दो लाल रे। दो तो सारे घूँघटा खोलें दो सारे पछतायँ रे। बारी... दो तो सारे गलुआ काटें दो सारे पछतायँ रे। बारी में... दो तो सारे बहिया मरोड़े दो सारे पछतायँ रे। बारी में...

बाबा कौना की गड़िया टूट गई

बाबा कौना की गड़िया टूट गई को जो दलेला जाय बाबा आ जा दलेल जाय बाबा आ जा दलेल बऊ जोर है। बाबा नीखरन की गड़िया टूट गई औ सेठ दलेला जाय। बाबा कौन की... बाबा सेठन की बड़ी है फौज जाय जो मेलो घूँघटपुर मारे गलनपुर गाँव। बाबा आ जा दलेल बहु जोर है। बाबा नीखरन की... बाबा सेठन की बड़ी है फौज जाय जो मेले छतनपुर मारे जुबनपुर गाँव। बाबा कौना की गड़िया टूटी।

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