जट-जटिन : मैथिली लोकगीत

Jat-Jatin : Maithili Lokgeet

	

घेरा फड़लौ गे जटिन, झिमनी फड़लौ गे

घेरा फड़लौ गे जटिन, झिमनी फड़लौ गे तोँ नै जेबही ससुरबा, घेरा केये बेचतौ गे मतारी बेचतौ रे जटा, बहिनियाँ बेचतौ रे एमरी के लगनमा हम तऽ नहिये जेबौ रे पलंगा घोरेबै गे जटिन, तोसक बनेबै गे जाड़ा के मौसिममे जटिनियां, केये सुततै गे बहिनी सुततौ रे जटा, बहिनी सुततौ रे जाड़ा के मौसिमियां रे जटा, बहिनी सुततौ रे मोरंग जेबौ गे जटिन, बंगाल जेबौ गे ओत्तऽ के जे भेजल रुपैया, केये रखतौ गे मतारी रखतौ रे जटा, बहिनियाँ रखतौ रे एमरी के लगनमा हम तऽ नहिये जेबौ रे

जाय दहिन गे जटिन देश रे विदेश

जाय दहिन गे जटिन देश रे विदेश तोरा लय जे लयबौ जटिन गहना सनेस गहना रे जटा तरबाक धूर घरे रहु रे जटा नयना हजूर दरबारे रहु रे जटा नयना हजूर जाय दहिन गे जटिन देश रे विदेश तोरा लय जे लयबौ जटिन साड़ी सनेस साड़ी तऽ रे जटा तरबाक धूर घरे रहू रे जटा नयना हजूर जाय दहिन गे जटिन देश रे विदेश तोरा लय जे लयबौ जटिन कंगही सनेस कंगही रे जटा तरबाक धूर घरे रहू रे जटा नयना हजूर दरबारे रहू रे जटा नयना हजूर जाय दहिन गे जटिन देश रे विदेश तोरा लय जे लयबौ जटिन सिनूरा सनेस सिनुरा रे जटा मांग के सिनूर तेँ घरे रह रे जटा नयना हजूर दरबारे रहू रे जटा नयना हजूर

दूर-दूर रे जटा

दूर-दूर रे जटा दूर रहिहें रे जटा सड़ल चाउर रे जटा राख छाउर रे जटा बैगन भाँटी रे जटा जुलुफी समारिते चल अबिहें रे जटा दूर-दूर हे जटिन दूर रहिहऽ हे जटिन सड़ल भाते हे जटिन सड़ल तीमन हे जटिन सड़ल भांटी हे जटिन जुटिया गुहैते चल अबिहऽ हे जटिन दूर-दूर रे जटा दूर रहिहें रे जटा सड़ल चाउर रे जटा राख-छाउर रे जटा बैगन - भांटी रे जटा धोतिया पेन्हैते चल अबिहें रे जटा दूर-दूर हे जटिन दूर रहिहऽ हे जटिन सड़ल भात हे जटिन सड़ल तीमन हे जटिन सड़ल भांटी हे जटिन मनटिकबा पेन्हैते चल अबिहऽ हे जटिन

धोबिया के अंगना मे छापर-छुपर पनिया

धोबिया के अंगना मे छापर-छुपर पनिया ताहि मे नहाइ छै फल्लाँ बभना धोतीयो ने खीचै छै जनउओ ने मजै छै चानन करै छिलकौये हो राम राम, राँड़ी बभिनियाँ हरबा जोतै छै पानी बिनु पड़लै अकाले हो राम फल्लाँ बाबू के धिया-पुता माँड़ लय कनै छै खुद्दी लय कनै छै दयो ने लगै छऽ हो इनर भगवान राम, चर सुखलै चांचर सुखलै सुखि गेलै सगर संसार राम, पानी बिनु पड़लै अकाले हो राम जन के धिया-पुता कल्ह-मल्ह करै छै मालिक निदर्दी ने मोढ़ियो खोलै छै राम, गामक पटबरिया झूठे-मुसे लीखै सड़ल खेसारि बोनि तोलै हो राम ओकरे पापे पनियाँ ने होइ छै राम, पानी बिनु पड़लै अकाले हो राम

भैया मलहबा रे, नैया लगा दे नदिया के पार

भैया मलहबा रे, नैया लगा दे नदिया के पार बहिनी बटोहिन गे, खोजि लही दोसर घटवार हम तोरा देबौ एबा-खेबा, लोटा देबौ इनाम भैया मलहबा रे, नैया लगा दे नदिया के पार हम नै लेबौ एबा-खेबा, नै लेबौ इनाम बहिनी बटोहिन गे, खोजि लही दोसर घटवार हम तोरा देबौ कटनी मरिया सोनमा देबौ उतारि भैया मलहबा रे, नैया लगा दे नदिया के पार हम नै लेबौ कटनी मरिया, नै सोना उतारि बहिनी बटोहिन गे, खोजि लही दोसर घटवार जटबा देबौ एबा-खेबा, जटनी देबौ इनाम भइया मलहबा रे, नैया लगा दे नदिया के पार हम नै लेबौ एबा-खेबा, जटनी लेबौ इनाम बहिनी बटोहिन गे, उतारि देबौ नदिया के पार

भोर भेलै रे जटा भिनसरबा भेलै रे

भोर भेलै रे जटा भिनसरबा भेलै रे जटा छोड़ि दे अँचरबा हम तँ अंगनमा बहारबै रे मैया बहारतै गे जटिन बहिनियां बहारतै गे जटिन आजू के भिनसरबा हम तऽ पलंगे गमेबै गे माय की कहथिन रे जटा बहिन की कहथुन रे सारी अंगना के लोगबा तऽ हमरे दुसतै रे माय की कहतै गे जटिन बहिन की कहतै गे हम्मर अंगना के लोगबा जटिन किछु नै बोलतै गे जटिन आजुक भिनसरबा हम तऽ पलंगे बितेबै गे

लबिकऽ चलहिन गे जटिन

लबिकऽ चलहिन गे जटिन लबिकऽ चलहिन गे आगे, जहिना लबै काँच करचिया तहिना लबही गे नहिये लबबौ रे जटा नहिये लबबौ रे हम तऽ बाबा के दुलारी धीया तनिकऽ चलबौ रे लबिकऽ चलहिन गे जटिन लबिकऽ चलहिन गे जटिन लबिकऽ चलहिन गे आगे जहिना लबै बेंतक छड़िया तहिना लबही गे नहिये लबबौ रे जटा नहिये लबबौ रे हम तऽ अम्मा के दुलारू धीया नहिये लबबौ रे लबिकऽ चलहिन गे जटिन लबिकऽ चलहिन गे आगे, जहिना लबै केराक घौरा तहिना लबहीन गे नहिये लबबौ रे जटा नहिये लबबौ रे आगे, जहिना चलतै बांसक कोपड़ तहिना चलबौ रे मारबे करबौ गे जटिन पिटबे करबौ गे हमरा बाबा के दुलारू पुतोहुआ लबिकऽ चलबै गे

सिनुरा जखन कहलियौ रे जटा

सिनुरा जखन कहलियौ रे जटा सिनुरा किए ने लयले रे सिनुरा जखन अनलियौ गे जटनी कोठी पर कऽ धयले गे हरि-हरि बाली समैया अभगली सिनुरा किए ने लगौले गे टिकुली जखन कहलियौ रे जटा टिकुली किए ने लयले रे हरि-हरि बाली समैया अभगला टिकुली किए ने लयले रे टिकुली जखन अनलियौ गे जटनी चक्का पर कऽ धयले गे हरि-हरि बाली समैया अभगली टिकुली किए ने सटले गे साड़ी जखन मंगलियौ रे जटा साड़ी किए ने किनले रे हरि-हरि बाली समैया अभगला साड़ी किए ने किनले रे साड़ी जखन किनलियौ गे जटनी पेटी मे कऽ धयले गे हरि-हरि बाली समैया अभगली साड़ी किए ने पहिरले गे आंगी जखन मंगलियौ रे जटा आंगी किए ने सियौले रे हरि-हरि बाली समैया अभगला आंगी किए ने सियौले रे आंगी जखन सियौलियौ गे जटनी मुहपोछनी मे कऽ धयले गे हरि-हरि बाली समैया अभगली आंगी किए ने पहिरले गे नथिया जखन कहलियौ रे जटा नथिया किए ने गढ़ौले रे हरि-हरि बाली समैया अभगला नथिया किए ने गढ़ौले रे नथिया जखन गढ़ौलियौ गे जटनी नाकक भूर मुनौले गे हरि-हरि बाली समैया अभगली नथिया कोना पहिरते गे

सुनू मोरा जोगिया, सुनू मोरा भाय

सुनू मोरा जोगिया, सुनू मोरा भाय एहि नगर मे जटिन भूलाय जटा के छत्ता जटिन चोराय नौ महिना के पेट ले के आय सिर के टोपी सेहो ले आय हाथो के छड़िया, सेहो ले आय खोज मोरा जोगिया, खोज मोरा भाय एहि नगर मे जटिन नै आयल जटा के छत्ता सहित ले लायल सिर के टोपी सेहो नहि लायल हाथक छड़िया सेहो नहि लायल खोज मोरा जोगिया, खोज मोरा भाय

हाथी परक हौदा बिकाय गेल हे जटिन

हाथी परक हौदा बिकाय गेल हे जटिन तोरे रे बिनु तोरे बिनु हमहूँ बेकल भेलहुँ हे जटिन तोरे बिनु महल उदास भेल हे जटिन तोरे रे बिनु तोरे बिनु अंगना मे दुभिया जनमल हे जटिन सेजिया पर मकड़ा बियाय गेल हे जटिन तोरे रे बिनु तोरे बिनु देहिया सुखायल हे जटिन

हाथी पर के हौदा बेचबौलऽ हे जटिन

हाथी पर के हौदा बेचबौलऽ हे जटिन आब जटा जाइ छऽ विदेश ओहू सऽ उत्तम बनबा देब हे जटा तोँ जटा नै जा विदेश हाथक रूमलबा बेचबौलऽ हे जटिन आब जटा जाइ छऽ विदेश ओहू सऽ उत्तम सी देब हे जटा तोँ जटा नै जा विदेश सिर के पगरिया बेचबौलऽ हे जटिन आब जटा जाइ छऽ विदेश ओहू सऽ उत्तम खरीद देब हे जटा तोँ जटा नै जा विदेश उपजा-बाड़ी सपन भेल हे जटिन आब जटा जाइ छऽ विदेश एसगर हम जटा बालू के मछरिया चलऽ चलू हमहूँ विदेश

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