धान बुआई : बुन्देली लोकगीत

Dhaan Buaai : Bundeli Lok Geet

	

धान जौ बइयो मोरे राजा से वीर

धान जौ बइयो मोरे राजा से वीर। धान जो बइयो। भैया के हाथन धान के दोना। भौजी के हाथन दूध की झारी। धान जौ बइयो बीरन धान जो बइयो तुमरी बहिन धनवंती होय धान जो बइयो। दूध जो सींचो भौजी दूध से सींचो। तुमरी ननद पुतवंती होय। धान जो बइयो मोरे राजा से बीर धान जो बइयो।

ये अम्मा कहाँ गईं ती सब रात

ये अम्मा कहाँ गईं ती सब रात की चकडोरा लगौ। बेटी गईं ती पुराने यार नौ चकडोरा लगौ। ये अम्मा कहा दऔ तोरे यार नै चकडोरा लगौ। बेटा पाग पिछौरा तेरे बाप खीं चकडोरा लगौ। बेटा सालू की फरिया तेरी बैन खों चकडोरा लगौ। बेटा सेरक मिठाई तोई खों चकडोरा लगौ। बेटा डौंड़ा लौंगन को बटुआ मोई खों चकडोरा लगौ।

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