Dr. Diwan Singh Kalepani
डा. दीवान सिंह कालेपानी

डाक्टर दीवान सिंह कालेपानी (२२ मई १८९७ -१३,१४ जनवरी १९४४) का जन्म गाँव घलोटियां खुर्द ज़िला सियालकोट (पाकिस्तान) में हुआ। उनको जपानियें ने बड़े अकथनिय और असह्य कष्ट दे कर अंडेमान (कालापानी) की सेलुलर जेल में शहीद कर दिया।वह सेना में डाक्टर थे।वह लोगों की भलाई चाहने वाले और अपने विचारों पर दृढ़ रहने वाले मनुष्य थे । उनका काव्य संग्रह वगदे पानी १९३८ में छपा। उन दे दो ओर काव्य संग्रह अंतिम लहरां और मल्हआं दे बेर उन की मौत के बाद छपे हैं।उन की वैज्ञानिक सोच, मानवीय मनोविज्ञान की सूझ, लोगों के लिए कुछ करते रहने की इच्छा, आज़ादी के लिए तड़प और कथनी और करनी में फर्क न होना; उनकी कविता को ख़ास बनाते हैं।

डा. दीवान सिंह कालेपानी की रचनाएँ